ग्रेजुएशन के बाद MBA या MCA क्या करें ?
Hello friends , आपका स्वागत हैं इस वेबसाइट careerinhindi.com में | आज का हमारा जो विषय हैं वह ग्रेजुएशन के बाद होने वाले इन प्रमुख 2 कोर्स MBA (ऍम.बी.ए ) एवं MCA (ऍम.सी.ए) के बारे में आपको विस्तृत जानकारी देने के लिए चूना गया हैं | अगर आप भी अपना ग्रेजुएशन कर चुकें हैं एवं दोनों में से कोई एक करना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपको काफी पसंद आएगी, बस इस पोस्ट “ग्रेजुएशन के बाद MBA या MCA क्या करें ?” को ध्यान से पूरा पढ़ें |
ग्रेजुएशन के बाद MBA या MCA क्या करें ?

MBA और MCA दौनों ही ऐसी डिग्रीयां हैं जिनको करने के बाद आप काफी अच्छा करियर बना सकते हैं | इन दोनों में बहुत कुछ समानताएं हैं तो दोनों कई तरह से एक दूसरे से भिन्न भी हैं | दोनों कोर्स की एक दूसरे से तुक्या ना करने से पहले हमें दोनों के बारे में संक्षिप्त जानकारी होना अनिवार्य हैं | तो आइए जानते हैं क्या हैं ये दोनों कोर्स |
MBA क्या हैं ?
MBA यानि Master of business administration एक मास्टर डिग्री प्रोग्राम हैं जो केस फील्ड में किया जाता हैं जैसे मानव संसाधन, मार्केटिंग , बैंकिंग, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आदि में | यह २ वर्ष का होता हैं जिसमे कुल ४ सेमिस्टर होते हैं देश के प्रतिष्ठित कॉलेजों से MBA करने के लिए आपको विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश मिलता हैं तो कहीं पर आपको सीधे भी प्रवेश का प्रावधान हैं |
वैसे तो इस विषय पर हम पहले ही एक विस्तृत लेख लिख चुके हैं आप यहाँ से पढ़ सकते हैं _ “MBA क्या हैं, कैसे करें पूरी जानकारी |”
MCA क्या हैं ?
MCA यानि Master of Computer Application यह एक ऐसा कोर्स हैं जो ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता हैं इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष होती हैं एवं कुल 6 सेमिस्टर होते हैं | इस कोर्स के दौरान आपको कंप्यूटर इंजीनियरिंग से जुड़ी हर जानकारी पढ़ने को मिलती हैं जो सामान्यतः BE में छात्र पढ़ते हैं | एक MCA की डिग्री BE कंप्यूटर साइंस या आईटी, के समतुल्य होती हैं |
MBA की ही तरह MCA में प्रवेश लेने के लिए भी आपको प्रवेश परीक्षा देना होती हैं जिसमे माध्यम से आपको कॉलेज मिलता हैं | अगर आप किसी प्रतिष्ठित कॉलेज/यूनिवर्सिटी से MCA करते हैं तो आपको काफी फायदा मिलता हैं जैसे आपको सीधे प्लेसमेंट मिल सकता हैं| आप MCA के अंतिम वर्ष में specialization के माध्यम से उपलब्ध ऑप्शन में से कोई एक चुन सकते हैं जैसे वेब डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग, नेटवर्किंग आदि |
MBA एवं MCA में क्या अंतर हैं ?
ऊपर के 2 पैरेग्राफ पढ़ने के बाद आप दोनों कोर्स के बारे में जान ही गए होंगे, अब हम बात करते हैं दोनों कोर्स में क्या अन्तर हैं इस बारे में |
- MBA 2 वर्ष का कोर्स होता हैं |
- MBA किसी भी ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता हैं |
- MBA करने के बाद किसी भी कंपनी में विभिन्न पदों पर जैसे मैनेजर, अस्सिस्टेंट आदि पदों पर नौकरी मिल सकती हैं |
- कोर्स फीस की यदि चर्चा की जाये तो कुछ बताना उचित नहीं होता क्योकि पुरे देश में कई संसथान हैं जहाँ से MBA किया जाता हैं जिनकी फीस 10 हजार प्रति सेमिस्टर भी हो सकती है तो कहीं पर 1 लाख भी |
- MBA करने के बाद आपका शुरूआती वेतन 1.8K से प्रारम्भ हो सकता हैं किन्तु यह निर्भर करता हैं की आपने सम्बंधित कोर्स किस कॉलेज या यूनिवर्सिटी से किया हैं |
- MCA 3 वर्ष का कोर्स होता हैं |
- MCA भी किसी भी ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता हैं किन्तु 12th में Physics, chemistry, Math विषय होना अनिवार्य हैं |
- MCA करने के बाद किसी भी आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर, वेब डेवलपर, ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर, कंप्यूटर/वेब प्रोग्रामर की जॉब मिल सकती हैं |
- MBA की ही तरह MCA की फीस भी निर्धारित नहीं हैं | हालाँकि यह 3 वर्ष का प्रोग्राम होने के कारण इसकी फीस MBA से थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं |
- MCA के बाद आपको यदि कॉलेज प्लेसमेंट द्वारा जॉब मिलती हैं तो आपको अच्छा पैकेज मिलता हैं किन्तु यदि आपको प्लेसमेंट के दौरान जॉब नहीं मिलती तो आपको थोड़ा बहुत संघर्ष करना पड़ सकता हैं | इसमें आपका शुरूआती वेतन 1.5K से प्रारम्भ हो सकता हैं जो कुछ समय के अनुभव के आधार पर काफी बड़ जाता हैं |
MBA किसे करना चाहिए ?
MBA बिज़नेस एवं मैनेजमेंट से जुड़ा कोर्स हैं जिसे वे लोग कर सकते हैं जो बिज़नेस, मार्केटिंग, प्लानिंग आदि जैसे विषयों में रूचि रखते हैं | इस कोर्स को करने के दौरान आप बिज़नेस के गुर एवं प्रॉपर मेनेजमेंट सीख कर अपना स्वयं का व्यापर शुरू कर सकते हैं या किसी अच्छी पोस्ट पर कार्य करके पैसा कमा सकते हैं |
MCA किसे करना चाहिए ?
MCA कम्प्यूटर, सॉफ्टवेयर, इंजीनियरिंग आदि से जुड़ा कोर्स होने के कारण वे लोग कर सकते हैं जो इन विषयों में रूचि रखते हो या जो आईटी फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं | जैसा की ऊपर भी बताया गया है की MCA की डिग्री BE के समतुल्य होती हैं अर्थात जो किसी कारण इंजीनियरिंग नहीं कर पाए MCA के माध्यम से भी वे इंजीनियर तुल्य काम पाकर अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं |
आप हमारी निम्न पोस्ट भी पढ़ सकते हैं |
- BCA क्या होता हैं ?
- BBA क्या होता हैं ?
- एसएससी (SSC) क्या हैं पूरी जानकारी |
- बी,फार्मा क्या हैं पूरी जानकारी
तो यह थी संक्षिप्त जानकारी MCA एवं MBA की | हमें उम्मीद हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट “ग्रेजुएशन के बाद MBA या MCA क्या करें ?” भी काफी पसंद आई होगी | अगर आपका करियर से जुड़ा कोई सवाल हो तो आप कमेंट के माध्यम से हमसे पूछ सकते हैं एवं हमारा फेसबुक पेज लाइक करके हमसे जुड़ सकते हैं |
7th August 2018 @ 5:05 pm
sir ji MBA ke baad kon kon si opportunity hai?
kyo ki bba me hi meri mba wale jitni salary hai. or mera sathidar 1 acche institute se MBA pass out hai. to fir usme or mujhme kya fark raha!!
MBA ki aaj koi value nai rakhta. nahi koi acchi managerial job mil pa rahi hai. jinko mil rahi hai vo ya to 70% wale hai. ya to kafi bade institute se pass out hai. 1 student jisen UPSC Crack kiya hai. unka kehna hai ki agar aap MCA me dilchaspi rakhte hai to vahi kariye. aaj kal MBA wale ko koi puchta nai hai.
apke jawab ka intzar rahega.
7th August 2018 @ 10:35 pm
Ji Dhanesh Ji bilkul sahi kaha aapne. MBA jabtak kisi bade institution se ya acche percent se na kiya jaye uski koi vailu nahi hai. Yadi aapki ruchi technology me hai to aapko MCA karna chahiye. Kyoki yaha aap jo sikhte hai uske dam par bina job kiye bhi paisa kama sakte hai like freelancer, YouTube, blog etc. Thanku
29th November 2018 @ 11:51 am
Sir MCA ke bad ek software architect bn skte h y nhi
29th November 2018 @ 11:52 am
जी हाँ ज़रूर बन सकते हैं।
क्या 12th के बाद ऍम.बी.ए. (MBA) कर सकते हैं ? - Career in Hindi
30th September 2020 @ 9:00 am
[…] MBA एवं MCA मेंक्या अंतर हैं ? […]