स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?

नमस्कार दोस्तों! careerinhindi.com में आपका स्वागत है। हमारे आज के इस पोस्ट “स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?” के जरिये हम आपको बतायेंगे कि स्टेनोग्राफर के तौर पर आप अपने करियर को कैसे नया आयाम दे सकते हैं। दोस्तों, स्टेनोग्राफी, आशुलिपि, शीघ्रलेखन, शॉर्टहेण्ड  ये सब एक ही हैं आज हम इनसे जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी इस पोस्ट में पढ़ेंगे । अधिक जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े ।

स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?
स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?

स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?

स्टेनोग्राफर वो भाषाई विशेषज्ञ होता है जो एक भाषा को एक कोडित रूप में अनुवाद करने की क्षमता रखता है जिसे हम शॉर्टहैंड या आशुलिपि के रूप में जानते है। स्टेनोग्राफर सूचना का आदान-प्रदान करने के लिए छोटी कॉपी एवं पेंसील का उपयोग करते हैं। स्टेनोग्राफर का काम हर उस स्थान पर उपस्थित होना है जहाँ बोले गए शब्दों को रिकॉर्ड किया जाता है और दस्तावेजित किया जाता है। हमारे जीवन में इंटरनेट एवं सूचना प्रोधोगिकी की एक बड़ी भूमिका होने के बावजूद, अभी भी आशुलिपिकों की उच्च मांग है। उनकी सेवाओं का उपयोग कई क्षेत्रों जैसे कि कोर्ट रूम, सरकारी कार्यालयों, सीईओ के कार्यालयों, राजनेताओं, डॉक्टरों और कई अन्य क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। सरकारी कार्यालयों में स्टेनोग्राफर की बहुत मांग होती है इसीलिए की यह नौकरी के लीय बहुत फायदेमंद भी है।

स्टेनोग्राफर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता

स्टेनोग्राफर की नौकरी लेने से पहले, आपके पास स्टेनोग्राफी में एक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट या डिग्री आवश्यक होती है। और यह पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए आपका किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड (केंद्रीय / राज्य) से कक्षा 12 में उत्तीर्ण होना अति आवश्यक है। साथ ही आपकी आयु 18 से 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आयु सीमा अकसर राज्य सरकारों के विभिन नियम एवं आरक्षण के प्रावधानों के कारण भिन्न भी हो सकती है ।

स्टेनोग्राफर का चयन कैसे होता है ?

अगर आप चाहते हैं कि एक योग्य स्टेनोग्राफर के तौर आपका चयन हो जाये तो आप के पास भाषा पर एक अच्छी कमांड होनी चाहिए। चाहे वह अंग्रेजी हो या हिंदी या कोई अन्य क्षेत्रीय भाषा, आपका कुशल होना बेहद जरुरी है। स्टेनोग्राफी सीखने के लिए आप किसी निजी प्रशिक्षण केंद्र में दाखिला ले सकते हैं। कोर्स सीखने की अवधि 6 महीने से 1 वर्ष के बीच होती है। मुख्य पहलू जिसे ध्यान में रखा जाता है वह है टाइपिंग स्पीड और टाइपिंग का कुशल तरीका। और यदि कोई निजी संस्थान नहीं है, तो आप शॉर्टहैंड और टाइपिंग में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करने के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में एडमिशन ले सकते है। यहाँ कोर्स की अवधि 1 वर्ष से लेकर डेढ़ वर्ष तक होती है।

छात्रों को आईटीआई में प्रवेश पाने के लिए, छात्र को मैट्रिक पास होना चाहिए और 17 वर्ष की आयु होनी चाहिए। शॉर्टहैंड और टाइपिंग में कोर्स करने के बाद, कोई भी स्टेनोग्राफर की नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है। वे अदालतों में जा सकते हैं, वकीलों से मिल सकते हैं या निजी संगठनों में जा सकते हैं। SSC, UPSC, राज्य सेवा चयन बोर्ड, बैंकिंग सेवा भर्ती बोर्ड स्टेनोग्राफर के रिक्त पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

स्टेनोग्राफी में करियर की संभावनाएं क्या हैं ?

एक स्टेनोग्राफर का काम होता है कि वो रिकॉर्ड के लिए सटीक कानूनी प्रक्रियाओं को दस्तावेजों के जरिये रिकॉर्ड करे। ज्यादातर स्टेनोग्राफर को न्यायालयों में देखा जाता है क्योंकि परीक्षण और सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों और वकीलों को सटीक प्रतिलेख की आवश्यकता होती है। भारत में स्टेनोग्राफर की नौकरी अधिक विकल्प और संभावनाएं है क्योंकि सरकारी कार्यालयों और निजी संगठनों को कुशल सेवाओं की आवश्यकता होती है। वकीलों को स्टेनोग्राफरों की ज़रूरत होती है क्योंकि वे बड़े पैमाने पर कोर्टरूम में मदद करते हैं और गवाहों से मिलते हैं और ग्राहकों के साथ व्यवहार बना कर रखते हैं। इसके अलावा, स्टेनोग्राफर को सरकारी नौकरी में भी काफी मौके है।

स्टेनोग्राफर का वेतन कितना होता है ?

वेतनमान के अनुसार, एक फ्रेशर स्टेनोग्राफर को दक्षता और गति के आधार पर 10,000 रुपये से 15,000 रुपये तक का शुरुआती वेतन मिलता है। अनुभव एवं विभाग के हिसाब से भी वेतन में वृद्धि की संभावना रहती है ।

हमें उम्मीद है कि इस पोस्ट “स्टेनोग्राफर (Stenographer) कैसे बने ?” के जरिये आपको स्टेनोग्राफर के तौर आपके करियर को एक नई दिशा मिलेगी। इसी तरह की अन्य करियर संबंधित जानकारी पढ़ने के लिए  हमें  सोशल  मीडिया पर फ़ॉलो करें  Facebook – Youtube इस पोस्ट से जुड़ी किसी भी अन्य जानकारी के लिए आप हमसे कमेंट के माध्यम से संपर्क कर सकते है । धन्यवाद !